
घर में हर एक वस्तु यदि सही स्थान पर रखी होती है तो ये घर में समृद्धि लाती है। ऐसा माना जाता है कि घर में किसी भी तरह की परेशानियों को रोकने के लिए वास्तुशास्त्र बहुत ज्यादा मायने रखता है। वास्तु में जिस तरह सभी वस्तुओं की एक ख़ास जगह है उसी तरह अलग तरह के पौधों को रखने का स्थान भी निर्धारित है।
जिस प्रकार घर में लगा हुआ तुलसी का पौधा घर में सुख समृद्धि लाता है और मनी प्लांट धन की वर्षा करता है, उसी तरह दूर्वा घास का पौधा यानी कि दूब का पौधा आपको कई मुसीबतों से बाहर निकाल सकता है।
वास्तु में इस पौधे को लगाने की एक विशेष दिशा और नियम बताए गए हैं। अगर आपके घर में भी ये पौधा है तो आपको कुछ बातों को ध्यान में रखकर ही इसे लगाना चाहिए। दरअसल ये मान्यता है कि ये घास भगवान गणपति को अत्यंत प्रिय है इसलिए यदि इसका ठीक से ध्यान रखकर इसे न लगाया जाए तो गणपति रुष्ट हो सकते हैं। आइए न्यूमेरोलॉजिस्ट और वास्तु विशेषज्ञ मधु कोटिया से जानें घर में दूब का पौधा लगाने के वास्तु नियम।
दूब के पौधे के लिए सही दिशा :-
मधु कोटिया जी बताती हैं कि दूब यानी दूर्वा घास को कमरे के एक कोने में रखना महत्वपूर्ण होता है। यदि आपको कोई उपयुक्त कोना नहीं मिल रहा है, तो इसे पूर्व या उत्तर दिशा में रखने की कोशिश करें। इस पौधे को भूलकर भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे दुर्भाग्य आ सकता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार यदि दूब का पौधा किसी भी गलत स्थान पर रखा जाता है तो ये घर में अशांति का कारण बन सकता है। ऐसा माना जाता है कि यदि दूब का पौधा पूर्व या उत्तर दिशा में लगा हो और इसे ठीक से रोशनी मिले तो ये घर की आर्थिक स्थिति को ठीक कर सकता है।
दूब के पौधे को नियमित जल दें :-
यदि आपके घर में दूब का पौधा है तो इसे नियमित रूप से जल देना जरूरी होता है क्यंकि इस पौधे का सूखना घर की समृद्धि के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। इसके अतिरिक्त, इसे धूप वाली जगह पर रखें। इन सभी युक्तियों का पालन करके, आप यह सुनिश्चित करें कि आपका दूर्वा का पौधा ठीक से पनपे और आपके घर में अच्छी किस्मत लाए। ऐसी मान्यता है कि इस पौधे की पत्तियां जितनी हरी-भरी होती हैं उतनी ही ज्यादा खुशहाली घर में आती है।
सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाता है :-
वास्तु सिद्धांतों के अनुसार, यह माना जाता है कि दूर्वा या दूब का पौधा सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है और विशिष्ट लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इसे घर के विभिन्न क्षेत्रों में रखा जा सकता है। अगर आप इस पौधे के अच्छे प्रभावों को देखना चाहते हैं तो आप यहां बताए स्थानों पर ही इसे लगाएं -
धन प्राप्ति के लिए ईशान कोण :-
वास्तु के अनुसार ऐसा माना जाता है कि यदि आप घर में धन और समृद्धि की तलाश में हैं तो दूब के पौधे को अपने घर के ईशान कोण में लगाएं। यदि आप इसे घर के मंदिर के आस-पास लगाते हैं तो ये आपके लिए बहुत ज्यादा फलदायी साबित हो सकता है।
प्यार के लिए दक्षिण-पूर्व कोना :-
मान्यता है कि यदि आप घर में प्यार और सौहार्द्र बनाए रखना चाहते हैं और रिश्तों में सामंजस्य स्थापित करना चाहते हैं, तो दूब के पौधे को घर के दक्षिण-पूर्व कोने में लगाएं। यदि आप प्यार या जीवनसाथी की तलाश में हैं तब भी इस दिशा में लगाया हुआ दूब का पौधा आपको नए रिश्ते में जोड़ने में मदद करता है।
कलह क्लेश दूर करने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा :-
मधु कोटिया जी बताती हैं कि यदि आप घर में शांति बनाए रखना चाहते हैं और व्यर्थ के कलह क्लेश को कम करना चाहते हैं तो आपको दूब का पौधा लगाने के लिए घर का दक्षिण-पश्चिम कोना चुनना चाहिए।
एकाग्रचित रहने के लिए कहां रखें दूब का पौधा :-
अगर आप अपनी पढ़ाई या करियर में ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं तो आपको दूब का पौधा अपनी डेस्क पर रखना चाहिए। आप अपने ऑफिस की डेस्क पर गणपति की छोटी मूर्ति और दूब का पौधा भी रख सकते हैं। इससे करियर में आने वाले उतार चढ़ावों से मुक्ति मिलेगी और करियर में सफलता के योग बनेंगे।
दरवाजे और खिड़कियों पर न रखें ये पौधा :-
ऐसा माना जाता है कि दूर्वा पौधा घर में सौभाग्य और समृद्धि लाता है। इसलिए सुनिश्चित करें कि इस पौधे को दरवाजे, खिड़कियों या नकारात्मकता ऊर्जा के किसी अन्य स्रोत के पास न रखें। इस पौधे को हमेशा मिट्टी या तांबे के बर्तन में रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार इस पौधे से मृत पत्तियों और शाखाओं को नियमित रूप से निकाल देना चाहिए।
यदि आप दूब के पौधे के लिए यहां बताए वास्तु के कुछ नियमों का पालन करते हैं तो ये पौधा आपके घर में खुशहाली ला सकता है। वास्तु ही नहीं ज्योतिष में भी इस पौधे का विशेष महत्व बताता गया है और इसे प्रत्येक बुधवार भगवान गणपति पर चढ़ाने की सलाह दी जाती है।
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