
पश्चिम बंगाल में काली विवाद गहराता जा रहा है। विपक्षी भाजपा व सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच बयानबाजी जारी है। पूर्व केंद्रीय मंत्री व तृणमूल नेता बाबुल सुप्रियो ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि इस विवाद में वह खुद अपने चेहरे पर कालिख पोत रही है। वह बंगालियों को मूर्ख समझती है, इसलिए उन्हें कभी समझ नहीं सकी।
मंगलवार को बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी ने हिंदू पुजारियों के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात करते हुए उन्हें मां काली की तस्वीर भेंट कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मां काली के खिलाफ विवादित बातें कहने वालों पर कार्रवाई की मांग की गई है। वहीं, बंगाल के कई भाजपा कार्यक्रमों में देवी काली की तस्वीरें नजर आईं। भाजपा नेताओं ने राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात की और उन्हें देवी की तस्वीर भेंट की। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने काली मंदिर में पूजा की।
बचकाना हरकतें कर रही भाजपा
पूर्व भाजपा नेता बाबुल सुप्रियो ने काली विवाद को तूल देने के लिए कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि भाजपा बंगालियों को कभी समझ नहीं सकी, क्योंकि वह उन्हें मूर्ख मानती है। वह बचकाना हरकतें कर अपने चेहरे पर ही काला पोत रही है।
यह शर्मनाक है कि राजभवन को ऐसे शर्मनाक कृत्यों का मंच बनाया गया। सुवेंदु अधिकारी द्वारा राज्यपाल को ज्ञापन देकर तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई की मांग के बाद सुप्रियो ने ट्वीट कर ये बातें कहीं। ज्ञापन पर राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि वे नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।
उधर, भाजपा नेता अमित मालवीय के ट्वीट पर तृणमूल नेता सौगत रॉय ने कहा कि पार्टी पहले ही महुआ मोइत्रा के बयान की निंदा कर चुकी हैं, उसे भाजपा से सबक लेने की जरूरत नहीं है। दरअसल, कनाडा स्थित फिल्म निदेशक लीना मणिमेकलई ने डॉक्यूमेंटरी फिल्म 'काली' का हाल ही में एक पोस्टर जारी किया था। इसमें देवी काली का रूप धारण किए हुए एक महिला को सिगरेट पीते दिखाया गया था। इस पर बवाल मचा तभी एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने उसका समर्थन करते हुए कह दिया था कि वह उस मां काली की उपासक हैं जो मांस खाती हैं और शराब स्वीकार करती है। कई शक्तिपीठों में देवी की पूजा इसी तरह की जाती है। मोइत्रा के बयान के बाद उनके खिलाफ कई राज्यों में केस दर्ज किया गया है।
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