औरैया हादसा: चाय की तलब में सड़क किनारे खड़े थे कि मौत लेकर अपने साथ चली गई
इतना तो तय हो गया कि औरय्या में हादसे का शिकार ही हुए मजदूर राजस्थान से आ रहे थे, लेकिन यह अब तक पता नहीं चल सका है कि ये मजदूर जा कहां के लिए रहे थे. कारण कि न तो इस हादसे का शिकार किसी व्यक्ति के पास से कोई पहचान पत्र मिला है न, कोई शिनाख्त का कोई और सामान. प्रशासन के पास अब सिर्फ वे मजदूर ही सहारा हैं कि होश में आयें तो इकना पता-ठिकाना कुछ तो पता चल सके.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. कानपुर के मंडलायुक्त और आईजी कानपुर घटना की जांच कर मुख्यमंत्री कार्यालय को इस घटना की रिपोर्ट सौंपेंगे. ये दोनों अधिकारी घटनास्थल पहुंच चुके हैं.
उत्तर प्रदेश के औरेया में यह हादसा रात को 3 से 3.30 बजे के बीच हुआ जब सड़कों पर दूर दूर तक सन्नाटा था. लोग बता रहे हैं कि मजदूरों से भरी एक डीसीएम गाड़ी सड़क पर खडी थी, कुछ मजदूर चाय पीने शायद उतरे हुए थे. कि उसी वक्त खड़ी गाड़ी में एक तेज रफ्तार ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी. ट्रक ड्राईवर को शायद झपकी आ गई थी.

इस हादसे में 24 मजदूरों की मौत हो गई है, कई मजदूर अस्पताल में गंभीर रूप से घायल स्थिति में अस्पताल में भर्ती हैं. ये टक्कर इतनी तेज थी कि इसकी आवाज आसपास के गांव में सुनाई दी. अंधेरा होने की वजह से मजदूरों को मदद मिलने में देरी हुई, और कई मजदूरों की इलाज के अभाव में भी मौत हो गई.
टक्कर की वजह से डीसीएम चकनाचूर हो गया. फिल्हाल बहुत साफ़ नहीं है कि ये मजदूर कहां जा रहे थे लेकिन किसी ने बताया कि ये सब राजस्थान से दिल्ली पहुंचे थे और वहां से गोरखपुर जा रहे थे. एक घायल मजदूर ने कहा कि ट्रक में 40 से 50 मजदूर थे. घायलों में लगभग 20 मजदूरों को जिला अस्पताल और सैफई पीजीआई में भर्ती कराया गया है.
टक्कर के बाद दोनों गाड़ियां पलटीं
औरैया के सर्किल ऑफिसर सुरेंद्रनाथ यादव ने कहा कि ट्रक दिल्ली से आ रहा था. इस दौरान डीसीएम को ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी. हादसे के बाद दोनों गाड़ियां पलट गई. रिपोर्ट के मुताबिक कई मजदूरों की मौत ट्रक के नीचे दबने से हुई है. इस ट्रक में चूने का पैकेट लदा हुआ था. उनके अनुसार हादसे में मरने वाले मजदूर शायद बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के थे.
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