उत्तर भारत में प्रचंड शीतलहर, मैदानी इलाकों में भी पारा शून्य से नीचे पहुंचा, लखनऊ में पारा 0.5 डिग्री तक गिरा
उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्से में शीतलहर चलने से हाड़ कंपकपाने वाली ठंड पड़ रही है। इससे आम जनमानस प्रभावित हो रहा है। पहाड़ों से आने वाली हवाओं ने यहां के मौसम को काफी सर्द कर दिया है। कोहरे का असर विमान सेवाओं पर लगातार पड़ रहा है। करीब आधा दर्जन से अधिक उड़ानें तय समय से दो घंटे तक लेट हुईं। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के कई हिस्सों में शीतलहर चल रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले 48 घंटे के दौरान यही स्थिति रहेगी।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार को लखनऊ का न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का 6.4 डिग्री, प्रयागराज का 9 डिग्री, बहराइच का 6.0 डिग्री, बरेली का 3.7 डिग्री, मुजफ्फरनगर का न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शुक्रवार को आगरा न केवल प्रदेश का दूसरा सबसे ठंडा शहर रहा, बल्कि कोहरे के कारण ²श्यता शून्य रही। साल की पहली सुबह शहर में कोहरे की चादर छाई रही, जिस वजह से हाईवे और आगरा किला, छावनी क्षेत्र, ताजमहल के पास कोहरा घना बना रहा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे और दिल्ली नेशनल हाईवे पर कोहरे के कारण वाहन रेंगते रहे।
साल 2021 के पहले दिन आगरा में सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। पहाड़ों से मैदानों के लिए चल रही उत्तर पश्चिमी बफीर्ली हवा के कारण आगरा प्रदेश में दूसरा सबसे सर्द शहर रहा। प्रदेश में सबसे ठंडा शहर लखनऊ रहा, जहां न्यूनतम तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस रहा। शनिवार को भी ठिठुरन बरकरार है।
मौसम विभाग के पूवार्नुमान केंद्र के मुताबिक सर्दी की मार बरकरार रहेगी। पांच जनवरी तक बारिश के आसार हैं। दोपहर में बादलों की लुकाछिपी बनी रहेगी और दिन में तापमान दो से तीन डिग्री तक कम हो सकता है। न्यूनतम तापमान में दो डिग्री का इजाफा बादलों के छाने के बाद हो सकता है।
मौसम विज्ञानी ध्रुवसेन ने बताया कि राजधानी लखनऊ में नए साल के चक्कर में गाड़ियों के जमवाड़े ने वातावरण को धुआंयुक्त कर दिया था। इस कारण आंखों में जलन होने लगी। पहाड़ो की बर्फबारी के कारण शीतलहरी चल रही है। पछुआ पवन सक्रिय है। इसी कारण ठंड बढ़ रही है। यह आगे कई दिनों तक बढ़ने की संभावना है।
समूचे उत्तर भारत में प्रचंड शीतलहर तथा घने कोहरे के कहर से आम जनजीवन पर असर पड़ा तथा हवाई, रेल और सड़क सेवा सुबह तक प्रभावित रही। ठंड का आलम यह रहा कि मैदानों तक में पारा शून्य से नीचे पहुंच गया और माउंट आबू में पारा शून्य पर रहा। मौसम केंद्र के अनुसार, शनिवार को कहीं कहीं गरज के साथ छींटे पड़ने से ठण्ड का प्रकोप बढ़ गया है। चार जनवरी तक मौसम खराब रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान के चूरू शून्य से 0.2 डिग्री सेल्सियस से कम न्यूनतम तापमान के साथ प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा। वहीं राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में चार डिग्री के सुधार के साथ न्यूनतम तापमान जमाव बिंदू यानी शून्य डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, राज्य के अधिकतर हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि होने से लोगों को कड़ाके की सर्दी से राहत मिली है।
हरियाणा और पंजाब में शुक्रवार को भी शीतलहर का प्रकोप रहा और हिसार में न्यूनतम तापमान शून्य से 1.2 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दोनों राज्यों में सुबह में घना कोहरा छाए रहने से दृश्यता काफी घट गई। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्थानों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया। हरियाणा के हिसार में गुरुवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। दोनों राज्यों में हिसार सबसे ठंडा स्थान रहा। दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में 6.1 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। पंजाब में भी ठंड का प्रकोप बना हुआ है। फरीदकोट में शून्य से नीचे 0.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश में चटख धूप खिलने से कड़ाके की ठंड से राहत मिली। पहाड़ों पर मौसम सुहावना रहा लेकिन अगले चौबीस घंटों में पश्चिमी विक्षोभ के कारण बारिश तथा हिमपात की संभावना है।
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