
महाराष्ट्र की दिग्गज पार्श्व गायिका, लावणी साम्राज्ञी पद्मश्री सुलोचना चव्हाण (92) का मुंबई स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। उनके परिवार में बेटे-बहू, पोते-पोतियां शोक संतप्त हैं। यह जानकारी उनके बेटे विजय चव्हाण ने दी।
पिछले कुछ दिनों से पद्मश्री सुलोचना चव्हाण की तबीयत खराब चल रही थी। कुछ सर्जरी और उम्र संबंधी बीमारियों के कारण उनका घर पर ही इलाज जारी था। शनिवार दोपहर 12 बजे के करीब उन्होंने मुंबई के गिरगांव स्थित फणसवाड़ी स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
जानकारी के अनुसार पिछले साठ साल से अधिक समय तक अपनी लावणी गायकी से प्रशंसकों के दिलों में राज करने वाली सुलोचना चव्हाण को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। सुलोचना चव्हाण ने 70 से अधिक फिल्मों में लावणी गीत प्रस्तुत किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को प्रसिद्ध मराठी लावणी गायिका सुलोचना ताई चव्हाण के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “आने वाली पीढ़ियां सुलोचना ताई चव्हाण को महाराष्ट्र, विशेष रूप से लावणी की संस्कृति को बढ़ावा देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए याद रखेंगी। उन्हें संगीत और रंगमंच का भी शौक था। उनके निधन से दुख हुआ। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना।”
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