
ईरान में हिजाब प्रतिबंध को हटाने को लेकर मामला तेज हो गया है। पुलिस हिरासत में 22 वर्षीय महसा अमीनी की मौत के बाद हालात हर दिन के साथ बिगड़ते जा रहे हैं। पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का दौर जारी है।
महिलाएं अपने हिजाब को पुलिस के सामने उतार रही हैं और अपने बालों को काट रही हैं। वहीं बढ़ते विरोध प्रदर्शन को देखते हुए ईरान की सरकार ने इंटरनेट बंद कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, ईरान की पुलिस ने 22 वर्षीय महसा अमीनी को हिजाब को गलत तरीके से पहनने के लिए हिरासत में लिया था। विरोध के चलते प्रदर्शनकारियों का पुलिस से भी टकराव हुआ है और वे सरकार को हटाने की मांग कर रहे हैं। ईरान के कुछ लोगों ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया कि बुधवार से वे मोबाइल से इंटरनेट नहीं चला पा रहे हैं। ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित किया था। प्रदर्शनकारियों का विरोध लगातार बढ़ रहा है। पुलिस ने इन पर नियंत्रण के लिए लाठीचार्ज करने के साथ ही अन्य कड़े तरीकों का भी इस्तेमाल किया है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सुरक्षा बलों ने लाठियों, आंसू गैस और पानी की वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया है। इन प्रदर्शनों में आठ लोगों की मौत होने की रिपोर्ट है। इनमें से चार को सुरक्षा बलों ने मारा है। इसके अलावा सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। हालांकि, ईरान के अधिकारियों ने तीन लोगों की मौत की जानकारी दी है और इसके लिए अज्ञात गुटों को जिम्मेदार बताया है। ईरान में कड़े इस्लामिक कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनों को कुछ अन्य देशों के लोगों से भी समर्थन मिल रहा है।
नेटवर्क इंटेलिजेंस फर्म केनटिक के डायरेक्टर डोग मेडोरी ने बताया कि ईरान में मोबाइल डेटा सहित इंटरनेट सर्विस को ब्लॉक कर दिया गया है। यह देश में मौजूदा स्थिति के कारण सरकार की ओर से की गई कार्रवाई हो सकती है। देश की सभी टेलीकॉम सर्विसेज के लिए इंटरनेट लगभग बंद है। ईरान में बड़े पैमाने पर बिटकॉइन की माइनिंग भी होती है। इंटरनेट बंद होने से माइनर्स पर भी बड़ा असर पड़ेगा।
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