
श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले को लेकर गुरुवार दोपहर बाद जिला जज की अदालत में केस स्थानांतरण को लेकर सुनवाई होनी थी, लेकिन न्यायालय में नो वर्क के चलते सुनवाई नहीं हो सकी, अब अगली सुनवाई 17 अक्टूबर को होगी। वहीं वादी अधिवक्ता महेन्द्र प्रताप ने सुन्नी वक्फ बोर्ड न्यायालय में उपस्थित नहीं होने का आरोप लगाया है।
गुरुवार शाम वादी महेंद्र प्रताप सिंह ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि सुन्नी वक्फ बोर्ड आज भी अधिवक्ता न्यायालय में उपस्थित नहीं हुआ जो कि पिछले तीन बार से न्यायालय में सुनवाई के दौरान उपस्थित नहीं हो रहे हैं वह नहीं चाहता कि केस की सुनवाई हो, जबकि कोर्ट ने विपक्ष को नोटिस भी भेजा था।
अखिल भारत हिंदू महासभा के कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा का कहना है कि हम नहीं चाहते श्रीकृष्ण जन्मभूमि और ईदगाह प्रकरण मौजूदा समय सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में चल रहा है। इसी कोर्ट में नियमित सुनवाई होनी चाहिए।
एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी निस्तारण नहीं हुआ है, अगर जिला जज की कोर्ट में प्रकरण स्थानांतरण होगा तो नए सिरे से प्रकरण की सुनवाई की जाएगी। हमारी मांग है प्रकरण सिविल जज सीनियर डिवीजन की कोर्ट में ही सुनवाई होनी चाहिए।
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