जम्मू-कश्मीरः अवंतीपोरा एनकाउंटर में ढेर हुआ आकिब मुश्ताक भट, कश्मीरी पंडित की हत्या में शामिल था आतंकी

एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि मारे गए आतंकवादी की पहचान पुलवामा के आकिब मुस्ताक भट के रूप में हुई है। उसने शुरुआत में हिजबुल मुजाहिदीन उग्रवादी संगठन के लिए काम किया।
जम्मू-कश्मीरः अवंतीपोरा एनकाउंटर में ढेर हुआ आकिब मुश्ताक भट, कश्मीरी पंडित की हत्या में शामिल था आतंकी

कश्मीर घाटी के अवंतीपोरा में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया है। मारा गया एक दहशतगर्द हाल ही में पुलवामा में कश्मीरी पंडित संजय शर्मा की हत्या में शामिल था। दूसरे उग्रवादी की पहचान अभी होना बाकी है। अवंतीपोरा में सोमवार-मंगलवार देर रात मुठभेड़ शुरू हुई थी।

एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि मारे गए आतंकवादी की पहचान पुलवामा के आकिब मुस्ताक भट के रूप में हुई है। उसने शुरुआत में हिजबुल मुजाहिदीन उग्रवादी संगठन के लिए काम किया। अभी वह टीआरएफ आतंकी संगठन के साथ काम कर रहा था। एडीजीपी ने बताया कि आतंकी आकिब दिवंगत संजय शर्मा की हत्या में शामिल था।

उधर, अवंतीपोरा मुठभेड़ में दो जवान भी घायल हुए, जिन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया है। बताया जा रहा है कि इलाज के दौरान एक जवान शहीद हो गया है, जबकि दूसरे जवान का इलाज जारी है। फिलहाल इसकी आधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।

रविवार को पुलवामा में बाजार जा रहे कश्मीरी पंडित बैंक गार्ड संजय शर्मा की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्यारों के पदगामपोरा में छिपे होने की सूचना के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया। हमले के बाद से ही पुलिस तथा सुरक्षा बलों की टीमें लगातार हत्यारों की तलाश में जुटी हुई थीं।

कश्मीरी पंडित की अर्थी को मुस्लिमों ने दिया कंधा

पुलवामा जिले के अच्छन गांव में आतंकी हमले में मारे गए कश्मीरी पंडित संजय शर्मा का सोमवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान मुस्लिम पड़ोसियों ने भाईचारे की मिसाल पैदा की।  उन्होंने संजय शर्मा के अंतिम संस्कार में परिवार की तरह मदद की।

उन्होंने संस्कार के लिए लकड़ियों की व्यवस्था की और अर्थी को भी कंधा दिया। संजय शर्मा का परिवार अच्छन गांव में रहने वाला एकमात्र कश्मीरी पंडित परिवार है। स्थानीय निवासी मुदस्सिर अहमद ने कहा, जब हमें संजय शर्मा की हत्या की खबर मिली तो पैरों तले जमीन ही खिसक गई थी।


यह सुनकर हम तुरंत घर की तरफ दौड़े और संजय के परिवार वालों को संभाला। उन्होंने कहा कि गांव में संजय शर्मा के परिवार से सभी के मधुर रिश्ते हैं। वहीं, संजय के रिश्तेदारों ने कहा कि गांव के मुसलमान हमेशा मुश्किल और जरूरत के समय उनकी मदद करते हैं।

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