
महाराष्ट्र के मंत्री अतुल सावे ने कहा कि अभिनेता रितेश देशमुख (Riteish Deshmukh) और उनकी पत्नी जेनेलिया देशमुख (Genelia Deshmukh) की कृषि-प्रसंस्करण कंपनी को ऋण प्रदान करने में सहकारी बैंकों की ओर से किसी तरह की अनियमिमता तो नहीं की गई, यह पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए गए हैं.
पिछले महीने, लातूर जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने आरोप लगाया था कि कृषि-प्रसंस्करण कंपनी ‘देश एग्रो प्राइवेट लिमिटेड’ को पिछली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के दौरान देशमुख के गृहनगर लातूर में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) का प्लॉट मिला था.
राज्य के भाजपा नेताओं ने यह आरोप भी लगाया था कि कंपनी ने चार अक्टूबर, 2021 को पंढरपुर शहरी सहकारी बैंक में ऋण के लिए आवेदन किया था और बैंक ने 27 अक्टूबर को चार करोड़ रुपये के ऋण को मंजूरी दे दी थी.
साथ ही कंपनी ने लातूर जिला केंद्रीय सहकारी बैंक में ऋण के लिए आवेदन किया था और 27 अक्टूबर को 61 करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी गई थी. इसके बाद कंपनी ने 25 जुलाई, 2022 को बैंक से 55 करोड़ रुपये ऋण लिया था.
राज्य के सहकारिता मंत्री सावे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “हमारे (भाजपा के) लातूर जिला अध्यक्ष (गुरुनाथ) मागे ने (मामले के संबंध में) एक पत्र लिखा था. मुझे एमआईडीसी के बारे में कुछ भी पता नहीं है, लेकिन मैंने यह पता लगाने के लिए जांच का आदेश दिया है कहीं बैंकों की ओर से तो कोई अनियमितता नहीं की गई.”
देशमुख महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिवंगत विलासराव देशमुख के पुत्र हैं. उनके बड़े भाई अमित एमवीए सरकार में मंत्री थे और छोटे भाई धीरज देशमुख लातूर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से विधायक हैं.
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